टेक्निकल अनालिसिस का मूल ज्ञान ( Basics of Technical Analysis ) हिंदी में पूरी जानकारी |


नमस्कार दोस्तों , 

                         एक बार आप सभी दोस्तों का स्वागत और अभिनंदन करता हूं आपने इस चैनल पर दोस्तों आप सभी को में बता दूं कि इस मेरे चैनल पे स्टॉक मार्केट से रिलेटेड जानकारी आती रहती है | बस आपको फॉलो और शेयर लाइक करने की जरूरत है जिस से आप सभी हमारे हर एक आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे है |  



दोस्तों आज के इस ब्लॉग में मैं आप सभी को बता दूं कि मैं इस ब्लॉग टेक्निकल अनालिसिस के बारे में बताऊंगा जो लोग स्टॉक मार्केट में कम समय में पैसा बनाना चाहते है तो वे लोग ट्रेंडिंग कर सकते है ट्रेडिंग करने के लिए आप सभी को बहुत सारी चीज के बारे में नॉलेज होना आवश्यक होता है यदि आप के पास नॉलेज नही है तो आप पैसा बनाने की बजाय पैसा गवा बैठेंगे जिस से आप सभी को स्टॉक मार्केट को समझ होनी चाहिए | बस आप सभी मेहनत करने की जरूर हैं तभी आप सभी लोग स्टॉक  मार्केट से पैसा बना सकते है 

अगर आप सभी लोग ट्रेडिंग से पैसा बनाना चाहिए है तो सब से पहले आप सभी को ट्रेडिंग के बारे में जानना और समझन होगा जैसे कि मैंने आप सभी को पिछले ब्लॉग में बताया है आप मेरे इस चैनल पर विजिट  कर के ढेर सारी जानकारी पा सकते है तो दोस्तों अब हम जानेंगे कि टेक्निकल अनालिसिस क्या होता है | तो हम शुरू करते है | 

टेक्निकल अनालिसिस क्या होता है ? 

अब हम टेक्निकल अनालिसिस के मूल के विषय में कुछ जानकारी लेते है | इस प्रकार के अनालिसिस के लिए आवश्यक मूलभूत ज्ञान की चर्चा यहां पर की है | 
सप्लाई और डिमांड (Supply and demand ) :
भाव के बीच का फर्क सप्लाई और डिमांड के वजह से होता है | जिसके आधार पर चार्ट बनाए जाते है जो टेक्निकल अनालिसिस का आधार होते है | अगर सप्लाई से डिमांड अधिक हो तो भाव बढ़ता है और डिमांड से सप्लाई अधिक होता है तो भाव गिरता है चार्ट की मदद से इस बढोतर और गिरावट को दर्शाया जाता है | चार्ट के अभ्यास से विविध टेक्निकल सूचकों की मदद लेकर भाव किस दिशा में जा सकता है इसका हम अंदाजा अच्छी तरह से लगा सकते हैं |
सपोर्ट और रेजिस्टेंस ( Support and Resistance ) :
* यह एक ऐसा स्तर है जहा पर डिमांड इतनी मजबूत होती है कि भाव को अधिक नीचे जाने से रोकती है इस स्तर पर सप्लाई से डिमांड अधिक होती है जो भाव को अधिक नीचे रोक कर रखती है | 
* जब सपोर्ट का स्तर टूटता है तब ऐसा कहा जा सकता है कि उस समय मंदी वालों की तेजीवालों पर जीत हुई है | अफरातफरी की स्थिति में सपोर्ट का स्तर कई बार टूटे हुए नजर आता है |
* कई बार सपोर्ट का स्टार टूटने के बाद भी जब तक भाव 1/7 देकर नीचे की ओर बंद नहीं होता तब तक यह राह देखनी चाहिए जिससे Wipshaw से बचा जा सकता है |

वाल्यूम ( Volume ) :
* शेयर बाजार में दिन के दरम्यान जो खरीदी और बिक्री होती है उसके आधार पर अब तक कितनी ट्रेडिंग हुई वह वॉल्यूम के आधार पर जाना जा सकता है | बाजार या शेयर्स के भाव में दिखने वाले उतार चढ़ाव के दरम्यान वॉल्यूम महत्व का भाग होता है | 
* जब शेयर्स का भाव बढ़ता है और वॉल्यूम भी बढ़ता है तब अच्छा माना जाता है |
* जब शेर का भाव गिरता है और वॉल्यूम बढ़ता है तब वह खराब संकेत समझा जाता है |
* जब शेयर्स का भाव गिरता है और बल्लू भी गिरता है तब वह अच्छा संकेत माना जाता है |
* जब शेयर्स का भाव बढ़ता है और बल्लू गिरता है तो वह खराब संकेत माना जाता है |

नोट (Note) :

* ऐसा कहा जाता है कि अच्छे वॉल्यूम वाले शेयर्स ही खरीदने चाहिए | क्योंकि ऐसे शेयर्स में ग्रोथ अधिक होती है कम वॉल्यूम वाले शेयर्स खरीदने में जोखिम होता है जिससे आप पैसा गवा सकते है शेयर्स का वॉल्यूम एकदम से घट जाने का डर होता  है|

ट्रेंड रिवर्सल (Trend Revrsal) :
* अगर किसी शेयर्स में तेजी का ट्रेंड स्थपित हुआ और अगर करेक्शन के दरम्यान वह गिर कर पहले वाले एक लो भाव के नजदीक आया तो ऐसा समझना कि आपको पूर्व संकेत मिल रहा है की अब ट्रेंड रिवर्सल संभव है या फिर भाव तेजी से साइड वेज की ओर जा सकता है अगर स्थापित सपोर्ट टूटा तो ट्रेंड रिवर्सएल हो सकता है उसी तरह से तेजी की बढ़ोतरी फल वाले टॉप के भाव को पार करने में असफल हुई तो भी समझना चाहिए की ट्रेंड बदल सकता है |

व्हिप्सो (wipshaw) :
* ऐसा कई बार नजर आता है कि सभी टेक्निकल संकेत मिलने के बाद जल्द ही उसके विपरीत चाल नजर आती हैं ऐसा होता है तब व्हिपसो हुआ ऐसा कहा जाता है | समझने की बात यह है कि लोग चार्ट देखते है पर उसके आधार पर संकेत मिलते ही कन्फर्मेशन मिलने के बिना ही कूद जाते है ऐसे लोग कई बार फस जाते है | ऐसा न हो इसलिए आपको संकेत मिलने के बाद कन्फर्मेशन पर आधार रखना चाहिए अर्थात सपोर्ट या अवरोध अथवा ब्रेकआउट आने के बाद वह स्थापित होने की रह देखनी पड़े हो भले थोडे रुपए अधिक देकर शेयर्स खरीदने पड़े या थोड़े कम भाव से बेचने पड़े पर उसमे फसने की संभावना नहीं के प्रमाण में होती है |
दोस्तों में आशा करता हूं की आप सभी को ये ब्लॉग पसंद आई होगी | अगर आप सभी को ये ब्लॉग पसंद आए तो प्लीज लाइक शेयर और कॉमेंट करें | और आपने सभी दोस्तों को भी शेयर करे |

ध्यानवाद ( Thank you ) |


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